मनुष्य कितना तापमान सह सकता है

आज हम बात करने वाले है मनुष्य कितना तापमान सह सकता है जितने भी हमारी धरती पर जीव जन्तु रहते है वो सब की तापमान …

मनुष्य कितना तापमान सह सकता है

manusya kitna tapman sah sakta hai

आज हम बात करने वाले है मनुष्य कितना तापमान सह सकता है जितने भी हमारी धरती पर जीव जन्तु रहते है वो सब की तापमान सहने की एक लिमिट होती है की भाई ये जीव इतना तापमान सह सकता है अब तापमान माइनस में चला जाए तो भी नुकसान दायक है और ज्यादा हो जाए तो भी नुकसान दायक है । ऐसे में हम आपको बताने वाले है की आखिर मनुष्य कितना तापमान सहन कर सकता है।

कितने तापमान तक जिंदा रह सकता है इंसान, भीषण गर्मी में शरीर खुद को कैसे रखता है ठंडा

वैसे तो मानव शरीर जो जो है उसकी सहन शक्ति उम्र के हिसाब से और सेहत के हिसाब से देखि जाती है अब कोई जवान है तो ज्यादा देर तक सहन होगा बूढ़ा या बच्चा है तो कम देर तक ठंड या गर्मी सहन केआर सकेगा।

मनुष्य कितना तापमान सह सकता है और कितना सर्दी

मनुष्य कितना तापमान सहन शक्ति


इंसान कितना तापमान झेल सकता है?

डॉक्टर्स की राय के मुताबिक एक सामान्य मानव शरीर ज़्यादातर 37.5 डिग्री सेल्सियस तक तापमान झेल सकता है इस के बाद 50 डिग्री चला जाए तो मौत भी हो सकती है।

आमतौर पर देखा जाए तो मानव का शरीर तापमान 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है जो 37 डिग्री सेल्सियस के बराबर ही होता है। और ऐसा समझा जाता है कि सामान्य तौर पर एक मनुष्य जिस अधिकतम तापमान पर आसानी से जीवन बसर कर सकता है, वह है 108.14 डिग्री फ़ारेनहाइट यानी 42.3 डिग्री सेल्सियस है. जिस स्थल पर मौसम स्थिर नहीं रहता, वहां अगर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पार हो जाये, इसे खतरनाक ही कहा जायेगा।

और जब गरमियाँ आती है तो 46 डिग्री तक तापमान डार्क किया जा चुका है जो की बहुत खतरनाक है अगर हमारे पास राहत के लिए कोई समान नहीं हो तो। और 50 डिग्री सेल्सियस चला जाए तो एक समान्य इंसान की जान भी ले सकता है।

मनुष्य कितनी सर्दी सह सकता है

मनुष्य सर्दी सहन शक्ति

इंसान का शरीर कितनी ठंड सहन कर सकता है?

ज्यादा से ज्यादा इंसानी शरीर -32 डिग्री सेल्सियस सहन कर सकता है इस तापमान में ज्यादा रहने से हाइपोथर्मिया हो जाता है जिस के बाद इंसान की मौत तय है।

अब बात करे ठंड की तो देखा गया है की ठंडे इलाको में रहने वाले लोग कभी कबार -20 से -30 डिग्री सेल्सियस तक सहन कर लेते है अगर वो जन्म से ही उसी हिस्से में पाले बढ़े है तब वरना नहीं।

अगर बात की जाये हम लोगों की जो साल में 3 मौसम देखते है सर्दी, गर्मी और बारिश तो हमारे लिए -32 डिग्री सेल्सियस में जाना और वहाँ रहना मुश्किल है ज्यादा से ज्यादा 5 मिनट रह सकते है उस के बाद बहुत ज्यादा नुकसान है और समान्य तौर पर हम लोग ज्यादा से ज्यादा -15 डिग्री सेल्सियस से -20 डिग्री सेल्सियस तक सहन कर सकते है सके ऊपर हमारे बस की बात नहीं है।

इंसानों के साथ प्लस पॉइंट क्या है? तापमान सहन शक्ति का

वैज्ञानिकों ने अध्ययन में बताया कि इंसान गर्म रक्त वाला स्तनधारी प्राणी है, इसका सीधा साधा मतलब यह है कि वह Homeostasis नामक तंत्र से संरक्षित है।. यह एक प्रकार की प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से मानव मस्तिष्क हाइपोथैलेमस से शरीर के तापमान को जीवित रहने की सीमा में रखने के लिए स्वत: नियंत्रित करता है।

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