जब नींद में होता है लकवे का एहसास, जानिए क्या है स्लीप पैरालिसिस

जब अचानक नींद से उठने पर हिला दुला न पाएं शरीर जानिए क्यों होता है ऐसा ? दोस्तों क्या आपके साथ भी कभी नींद की …

जब नींद में होता है लकवे का एहसास, जानिए क्या है स्लीप पैरालिसिस

जब अचानक नींद से उठने पर हिला दुला न पाएं शरीर जानिए क्यों होता है ऐसा ?

दोस्तों क्या आपके साथ भी कभी नींद की हालत में ऐसा हुआ है, कि अचानक रात में आपकी आंख खुली हो मगर चाह कर भी आप अपने जिस्म को हरकत ना दे पा रहे हो मतलब कि आपका दिमाग तो जाग रहा हो लेकिन आपके जिस्म को लकवा मार गया हो और वह बिल्कुल ही बेजान हालत में मौजूद हो इस हालत में आपकी आंखें चाहे खुली हो आप अपनी जबान को महसूस कर रहे हो मगर इनसे कुछ भी ना कर पा रहे हो, बिल्कुल ऐसे ही जैसे कि किसी ने आपको बिस्तर से बांध दिया हो या आपकी रूह आपके जिस्म को छोड़ कर जा रही हो आप अपने सर को नहीं हिला पा रहे और ना ही अपने जिस्म को हरकत दे पा रहे हो क्योंकि यह सिचुएशन लोगों के लिए एक अब नॉर्मल सी बात है.

लिहाजा इससे मुतालिक भी दुनिया में बहुत से नजरयात मौजूद है दुनिया में आज भी लोग बहुत से लोग इसको जिस्म पर बदमाश रूहों का हमला कहते हैं जो इन्हें कोई भी काम करने से रोक रहे होते हैं मसलन चाइनीज के यहां इस हालत को गुई या कहा जाता है, यानी किसी बुरी ताकत या फिर शैतानी ताकत का जिस्म पर कब्जा करना इनका मानना है कि नींद के दौरान जिस्म पर किसी बद रूह का कब्जा हो गया है और वह बदरूह हमारे जिस्म पर आकर बैठ जाती है तभी हम खुद को हिला नहीं पाते वेस्टइंडीज में इसे कोकमा क्या कहा जाता है जिसका मतलब वहां पर होता है कि शैतान का बच्चा जिस्म पर कूद जाता है.

इसके अलावा यह लोग यह भी मानते हैं की जमीन से बाहर मौजूद एलियंस इन्हें जमीन से उठाकर ले जाते हैं और इन पर नजर कर इनको वापस जमीन पर छोड़ जाते हैं और जाहिर ही है कि यह सब तो मनगढ़ंत बातें हैं मगर साइंस ने इन सब का जवाब कुछ लॉजिकल तरीके से दिया है जो कि इस तरह है मैं आगे आप लोगों को बताने वाला हूं.

Mystery Behind Sleep Paralysis Explained In Hindi

दोस्तों आपको बता दूँ कि इस हालत को विज्ञानं की भाषा में स्लीप पैरालाइज (Sleep paralysis) कहा जाता है, यानि की साइंस ने इस को सलीप पैरालाईज का नाम दिया है, हमारी नींद भी कई मसाईल या मामलात पर मौजूद है जैसे कि सोने के बाद हल्की नींद, गहरी नींद और फिर आखिरकार ख्वाबों की दुनिया में चले जाना हमारा दिमाग हमारे जिस्म से जुड़ा हुआ है जो कि सोने के दौरान भी एक्टिव ही रहता है लिहाजा गहरी नींद के दौरान जब हम ख्वाबों की दुनिया में खोए हुए रहते हैं तो हमारा दिमाग 2 तरीके के केमिकल्स हमारे जिस्म में खारिज करता है एक को Gamma-aminobutyric acid (GABA) और दुसरे को Glycine(गलाईसीन)  कहा जाता है इन केमिकल्स के कारण हमारा शरीर नींद के दौरान पैरालाइज हो जाता है आपको बता दें कि यह भी कुदरत का बनाया गया एक निजाम है जो कि बिना किसी वजह के नहीं है क्योंकि हर चीज के पीछे कोई ना कोई वजह जरुर होती है.

नींद में अक्सर ख्वाब देखते हुए हम ऊंची जगह से गिर रहे होते हैं, किसी से लड़ या झगड़ रहे होते हैं, और किसी चीज से टकरा रहे होते हैं, अगर इस दौरान हमारा जिस्म पैरालाइज ना हो तो हम नींद में रहने के बावजूद असल में भी वह एक्शन हम रियल में करने लगेंगे जो कि हम ख्वाब या सपने में कर रहे होते हैं.

और फिर खुद को या फिर दूसरों को नुकसान पहुंचा सकते हैं यही वजह है कि अक्सर लोगों में इन केमिकल्स की कमी की वजह से नींद में चलते हुए या हाथ पांव हिलाते हुए अक्सर देखा जाता है.

गहरी नींद के दौरान अगर अचानक आपकी आंख खुल जाए तो जिस्म इन केमिकल्स की वजह से अभी तक पैरालाइज ही होता है मगर हमारा दिमाग जाग रहा होता है और यही वजह है कि आप अपने जिस्म को महसूस नहीं कर पाते हैं और ना ही जिस्म को हिला पाते हैं जो कि एक कुदरती अमल है.

आमतौर पर स्लीप पैरालाइज तब होता है जब कोई इंसान सोते ही तुरंत हल्की नींद में जाने की वजह डायरेक्ट गहरी नींद में चला जाए लेकिन इसकी वजह से आपके जिस्म में कोई भी बदलाव नहीं होता है.

मैंने खुद स्लीप पैरालाइज को कहीं बाहर महसूस किया है और सच में यह बहुत ही डरावना एहसास होता है मुझे ऐसा महसूस हुआ कि जैसे किसी ने मेरे जिस्म को बांध दिया है और तेज हवा मेरी तरफ बढ़ रही है मेरे इर्द-गिर्द यानी आसपास ऐसी खामोशी है जो कि किसी बड़े तूफान के आने से पहले की हुआ करती है मैं बोलना चाहता था पर बोल नहीं पाया, जिस्म को हिलाना भी चाहता था लेकिन हिला नहीं पाया और मुझे लगा कि शायद मेरा आखिरी वक्त आ चुका है और इस वक्त मेरा दिमाग इतना काम कर रहा था कि मैंने कलमा (इश्वर का नाम लेना) पढ़ना शुरू कर दिया. लेकिन कुछ देर बाद ही सब नॉर्मल हो गया लेकिन जाते-जाते मुझे इस चीज का एहसास दिला गया के इंसान मौत के सामने किस कदर बस है और वह जब चाहे जहां चाहे कहीं भी आ सकती है.

 तो दोस्तों मैं आप से पूछना चाहता हूं क्या आप लोगों ने भी कभी Sleep paralysis को महसूस किया है या फिर आप इस चीज के बारे में क्या सोचते हैं इस बारे में मुझे आप कमेंट करके जरूर बताइएगा.

मुझे उम्मीद है कि आज का यह आर्टिकल आप लोगों के लिए काफी इनफॉर्मेटिव है और आपको काफी पसंद भी आया होगा अगर सच में आप लोगों को या टिकल अच्छा लगा है तो कमेंट करके बताइए और आर्टिकल को शेयर कीजिए और हमारे ब्लॉग को ईमेल ऐड्रेस डालके सब्सक्राइब कर लीजिए.

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